फसल बीमा योजना एक सरकारी योजना है जो किसानों को अपनी फसलों को नानाकरानी होने वाली हानियों से बचाने के लिए सहारा प्रदान करती है।
यह योजना भारत सरकार द्वारा प्रबंधित होती है और कृषि से जुड़े उत्पादक क्षेत्र में सुरक्षा प्रदान करने का उद्देश्य रखती है।
फसल बीमा योजना के तहत, किसानों को विभिन्न प्रकार की हानियों से बचाने के लिए उचित वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
यह योजना मुख्यत: प्राकृतिक आपदाओं, असुविधाएं, और अन्य बाधाएं जैसे कारणों से होने वाली फसल की हानि पर ध्यान केंद्रित करती है।
इस योजना में किसान अपनी फसल की बीमा की राशि का कुछ हिस्सा देता है और सरकार भी इसमें योगदान करती है, ताकि किसानों को योजना का लाभ मिल सके।
यह एक साझेदारी मॉडल है जिसमें वित्तीय सहायता और रिस्क सहिष्टता को मिश्रित किया जाता है।
फसल बीमा योजना की एक मुख्य उद्देश्य है किसानों को आर्थिक हानियों से मुक्ति प्रदान करना, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो सके और वे अपने कृषि कार्यों को सुरक्षित रूप से कर सकें।
इस योजना में किसान फसल की विभिन्न चरणों में बीमा करा सकता है, जैसे कि बुआई से लेकर पूर्ण पैदावार तक। यह उन्हें विभिन्न प्रकार की हानियों से सुरक्षित रखने का एक विशेष तरीका प्रदान करता है।
फसल बीमा योजना के अंतर्गत, किसानों को बीमित फसलों में हुई हानि की जानकारी सही समय पर देनी होती है ताकि उन्हें त्वरित सहायता मिल सके।
सरकार विभिन्न तकनीकी और सामाजिक माध्यमों का उपयोग करके इस जानकारी को किसानों तक पहुंचाती है।
इसके साथ ही, फसल बीमा योजना में निर्धारित की जाने वाली बीमा राशि को किसानों के खाते में सीधे ट्रांसफर करने की प्रक्रिया भी स्थापित की जाती है, जिससे किसानों को तत्परता में वृद्धि होती है।
इस योजना का लाभ उन्हीं किसानों को मिलता है जिनकी फसलों में अनुपातित हानि होती है, और इससे उन्हें आर्थिक सहारा प्रदान हो